क्या आपने हाल ही में UP Bhulekh पोर्टल पर अपनी जमीन के कागज देखे और पाया कि उसमें आपका नाम गलत लिखा है? यह एक आम समस्या है, लेकिन इसे नजरअंदाज करना भविष्य में जमीन बेचने या लोन लेने में बड़ी मुश्किलें पैदा कर सकता है।
यदि आप इंटरनेट पर Khatauni me name kaise sahi karaye (खतौनी में नाम कैसे सही करें) खोज रहे हैं, तो आप सही जगह पर हैं।
अक्सर लोगों को लगता है कि ‘यूपी भूलेख’ वेबसाइट पर जाकर नाम तुरंत बदला जा सकता है, लेकिन हकीकत में इसकी प्रक्रिया थोड़ी अलग है। इस गाइड में, हम आपको उत्तर प्रदेश में खतौनी में नाम सुधारने की ऑनलाइन (Parimarjan) और ऑफलाइन (तहसील) दोनों प्रक्रियाओं के बारे में विस्तार से बताएंगे।
खतौनी में नाम गलत होने के मुख्य कारण
सुधार की प्रक्रिया शुरू करने से पहले यह समझना जरूरी है कि गलती किस प्रकार की है, क्योंकि उसी आधार पर आवेदन किया जाएगा:
- वर्तनी की त्रुटि (Spelling Mistake): मात्राओं की गलती या अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद में गलती।
- उपनाम (Surname) का ना होना: जैसे “राम” की जगह पूरा नाम “राम कुमार” करवाना।
- विरासत (Inheritance): पिता की मृत्यु के बाद वारिसों का नाम चढ़ाना (इसे वरास्त/Virasat कहते हैं)।
- कानूनी नाम परिवर्तन: अगर आपने अपना नाम आधिकारिक रूप से बदल लिया है।
Khatauni Name Correction: ऑनलाइन और ऑफलाइन विकल्प
उत्तर प्रदेश सरकार ने अब भूमि सुधार के लिए ‘परिमार्जन’ (Parimarjan) पोर्टल शुरू किया है, लेकिन जटिल मामलों में आपको अभी भी तहसील जाना पड़ सकता है।
- सामान्य त्रुटि (Typo): इसके लिए आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
- स्वामित्व परिवर्तन: इसके लिए आपको तहसील में दस्तावेज जमा करने होंगे और लेखपाल से सत्यापन कराना होगा।
खतौनी में नाम सही कराने के लिए आवश्यक दस्तावेज
आवेदन चाहे ऑनलाइन हो या ऑफलाइन, आपको निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
- आधार कार्ड (पहचान प्रमाण के रूप में)।
- पुरानी खतौनी की प्रति (जिसमें गलत नाम दर्ज है)।
- सही नाम का प्रमाण (पैन कार्ड, वोटर आईडी, या हाई स्कूल सर्टिफिकेट)।
- शपथ पत्र (Affidavit): नोटरी द्वारा सत्यापित, जिसमें लिखा हो कि गलत और सही नाम एक ही व्यक्ति के हैं।
- फोटो: पासपोर्ट साइज।
Khatauni Me Name Kaise Sahi Karaye: ऑफलाइन प्रक्रिया (Step-by-Step)
ज्यादातर मामलों में, सबसे विश्वसनीय तरीका तहसील कार्यालय जाना है। यहाँ इसकी चरण-दर-चरण प्रक्रिया दी गई है:
1. तहसील कार्यालय जाएँ
सबसे पहले अपने क्षेत्र के तहसील कार्यालय में जाएँ। यह वह जगह है जहाँ आपके गाँव के राजस्व रिकॉर्ड (Revenue Records) रखे जाते हैं।
2. आवेदन और शपथ पत्र (Affidavit) तैयार करें
आपको तहसीलदार के नाम एक आवेदन पत्र लिखना होगा। इसके साथ ही, आपको एक शपथ पत्र (Affidavit) बनवाना होगा। यह शपथ पत्र तहसील में बैठे वकील (Lawyer) या नोटरी द्वारा बनाया जाता है, जिसमें यह घोषणा होती है कि खतौनी में लिखा गया गलत नाम और आपके आधार कार्ड का सही नाम एक ही व्यक्ति के हैं।
3. दस्तावेज जमा करें
आवेदन पत्र के साथ शपथ पत्र और अपने आईडी प्रूफ की कॉपी नत्थी करें और इसे तहसीलदार या संबंधित बाबू (Clerk) के पास जमा करें।
4. लेखपाल द्वारा सत्यापन (Verification)
आपके आवेदन के बाद, तहसीलदार इसे लेखपाल (Patwari) को अग्रेषित करेंगे। लेखपाल आपके दस्तावेजों की जांच करेंगे और पुष्टि करेंगे कि आप ही जमीन के वास्तविक मालिक हैं। लेखपाल की रिपोर्ट लगने के बाद, तहसीलदार आदेश जारी करेंगे और कंप्यूटर ऑपरेटर डेटाबेस में आपका नाम अपडेट कर देगा।
UP Bhulekh Parimarjan: ऑनलाइन नाम संशोधन कैसे करें?
यदि आप तहसील नहीं जा सकते, तो आप ऑनलाइन प्रयास कर सकते हैं:
- वेबसाइट पर जाएँ: आधिकारिक वेबसाइट
parimarjan.up.nic.inपर जाएँ। - लॉगिन करें: ‘आवेदन करें’ पर क्लिक करें और अपना नाम, मोबाइल नंबर और ईमेल भरकर अकाउंट बनाएँ।
- शिकायत दर्ज करें: ‘नाम संशोधन’ (Name Correction) का विकल्प चुनें।
- विवरण भरें: अपनी तहसील, गाँव, और खतौनी खाता संख्या चुनें।
- दस्तावेज अपलोड करें: साक्ष्य के रूप में सही दस्तावेजों की स्कैन कॉपी अपलोड करें और सबमिट करें।
नोट: ऑनलाइन आवेदन के बाद भी आपको एक रेफरेंस नंबर मिलेगा। प्रक्रिया तेज कराने के लिए कई बार इस नंबर के साथ लेखपाल से संपर्क करना बेहतर होता है।
शुल्क और समय सीमा (Fees & Time)
| विवरण | जानकारी |
| सरकारी शुल्क | नाममात्र (कोर्ट फीस/स्टाम्प शुल्क: ₹10 – ₹50 लगभग) |
| वकील/नोटरी खर्च | ₹100 – ₹300 (शपथ पत्र बनवाने के लिए) |
| समय सीमा | 15 से 45 दिन (कार्य दिवस) |
| शिकायत का माध्यम | तहसील दिवस (Tehsil Diwas) या ऑनलाइन पोर्टल |
PRO TIP: एप्लीकेशन कैसे लिखें? (Sample Application Letter)
बहुत से लोग आवेदन लिखते समय गलती करते हैं। आपकी सुविधा के लिए, यहाँ एक सही प्रारूप (Format) दिया गया है जिसे आप कागज पर उतार सकते हैं:
सेवा में,
श्रीमान तहसीलदार महोदय,
तहसील: [अपनी तहसील का नाम], जिला: [अपने जिले का नाम]
विषय: खतौनी में नाम संशोधन हेतु आवेदन।
महोदय,
सविनय निवेदन है कि मैं [अपना सही नाम] पुत्र [पिता का नाम], ग्राम [गाँव का नाम], परगना [परगना] का निवासी हूँ।
मेरी भूमि जिसका खाता संख्या [खाता नंबर] और खसरा संख्या [खसरा नंबर] है, जो कि मौजा [गाँव का नाम] में स्थित है। उक्त खतौनी में लिपिकीय त्रुटिवश मेरा नाम [गलत नाम] दर्ज हो गया है, जबकि मेरे आधार कार्ड और अन्य सरकारी दस्तावेजों में मेरा सही नाम [सही नाम] है।
अतः श्रीमान जी से अनुरोध है कि प्रार्थी के दस्तावेजों की जांच कराकर, खतौनी में मेरा नाम सही करने की कृपा करें। इसके लिए मैं आवश्यक शपथ पत्र और दस्तावेज संलग्न कर रहा हूँ।
दिनांक: [तारीख]
प्रार्थी:
[अपना नाम और हस्ताक्षर]
[मोबाइल नंबर]
निष्कर्ष
खतौनी में नाम सही कराना (Khatauni Name Correction) एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है। यद्यपि ऑनलाइन पोर्टल ‘परिमार्जन’ ने चीजों को आसान बना दिया है, लेकिन भूमि रिकॉर्ड के मामलों में ऑफलाइन तहसील प्रक्रिया अभी भी सबसे अधिक प्रभावी मानी जाती है।
यदि आपके पास सभी दस्तावेज सही हैं और आप सही प्रक्रिया का पालन करते हैं, तो 15 से 30 दिनों के भीतर आपका रिकॉर्ड अपडेट हो जाएगा।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
Q1: खतौनी में नाम सही होने में कितने दिन लगते हैं?
आमतौर पर, खतौनी में नाम संशोधन की प्रक्रिया में 15 से 45 दिनों का समय लगता है। यदि आप ‘तहसील दिवस’ पर आवेदन करते हैं, तो काम जल्दी हो सकता है।
Q2: क्या खतौनी में नाम ऑनलाइन सही हो सकता है?
जी हाँ, उत्तर प्रदेश में “परिमार्जन” (Parimarjan) पोर्टल के माध्यम से आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं, लेकिन अंतिम सत्यापन लेखपाल द्वारा ही किया जाता है।
Q3: अगर लेखपाल रिपोर्ट न लगाए तो क्या करें?
अगर लेखपाल रिपोर्ट लगाने में देरी कर रहे हैं, तो आप एसडीएम (SDM) कोर्ट में या ‘जनसुनवाई पोर्टल’ (1076) पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
Q4: खतौनी में नाम सुधारने के लिए कौन सा फॉर्म लगता है?
इसके लिए कोई एक मानक प्रिंटेड फॉर्म नहीं है। आपको ऊपर दिए गए प्रारूप (Pro Tip) के अनुसार एक सादे कागज पर आवेदन लिखना होगा और उसके साथ शपथ पत्र (Affidavit) लगाना होगा।