भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया: ODI सीरीज का निर्णायक तीसरा मैच
तीसरा ODI सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेला गया, जहां ऑस्ट्रेलिया ने बल्लेबाजी करते हुए 46.4 ओवर में 236 रन बनाए। भारत की गेंदबाजी ने कमाल दिखाया, खासकर हरशित राणा (4/39) और वॉशिंगटन सुंदर (2 विकेट)। पिछले दो मैचों में भारत को हार का सामना करना पड़ा था पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 5 विकेट से जीत दर्ज की, जहां रोहित 8 रन और विराट कम स्कोर पर आउट हुए। दूसरे मैच में भारत 264/9 पर सिमट गया, रोहित ने 73 रन की पारी खेली लेकिन विराट फिर डक पर लौटे। तीसरे मैच में फील्डिंग में दोनों दिग्गजों का योगदान सीरीज में जान फूंका।
विराट कोहली: मैदान पर पुराना जलवा
पिछले दो मैचों की तुलना में विराट ने तीसरे मैच में फील्डिंग से साबित कर दिया कि उनका पुराना अंदाज अभी भी बरकरार है। 22.3 ओवर में मैथ्यू शॉर्ट (30) का शानदार कैच लेते हुए उन्होंने स्क्वायर लेग पर उल्टा गिरते हुए गेंद थाम ली—यह कैच उनके 77वें कैच के रूप में रिकॉर्ड बना, जो किसी नॉन-कीपर के लिए एक विरोधी टीम के खिलाफ सबसे ज्यादा है। फिर 36.2 ओवर में मैट रेनशॉ (56) को LBW पर आउट करवाया। ये कैच न सिर्फ विकेट दिलाने वाले थे, बल्लेबाजों पर दबाव बनाने वाले भी। विराट की चुस्ती ने टीम को ऊर्जा दी, जो पिछले मैचों में बल्लेबाजी की असफलता से प्रभावित लग रही थी।
रोहित शर्मा: कप्तानी और फील्डिंग का जोरदार प्रदर्शन
रोहित ने फील्डिंग में भी कमाल दिखाया। 37.4 ओवर में मिशेल ओवेन (1) का स्लिप में कैच और 43.5 ओवर में नाथन एलिस (16) का मिडविकेट पर कैच—यह उनका ODI करियर का 100वां कैच था। पिछले मैचों में रोहित बल्ले से ठीक-ठाक थे (कुल 81 रन, जिसमें 73 की पारी शामिल), लेकिन फील्डिंग ने उन्हें हीरो बना दिया। उनकी डाइविंग कैच ने ऑस्ट्रेलिया को दबाव में डाला।
भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया ODI सीरीज का तीसरा और अंतिम मैच सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेला गया, जो न सिर्फ सीरीज का निर्णायक मुकाबला था बल्कि भारतीय फैंस के लिए उम्मीदों की किरण भी। सीरीज में 0-2 से पीछे चल रहे भारत के लिए यह मैच जीतने का आखिरी मौका था, और मैदान पर उतरते ही भारतीय खिलाड़ियों ने दिखा दिया कि हार मानना उनका शब्दकोश में नहीं है। खासकर विराट कोहली और रोहित शर्मा की फील्डिंग ने मैच को रोमांचक बना दिया। पिछले दो मैचों में बल्लेबाजी में संघर्ष कर रहे विराट ने मैदान पर अपना पुराना जलवा बिखेरा, जो फैंस को उनके चेज मास्टर दिनों की याद दिला गया। आइए, इस मैच की गहराई में उतरें और देखें कैसे ये दो दिग्गजों ने खेल को नया मोड़ दिया।
सीरीज का बैकग्राउंड: पिछले दो मैचों की चुनौतियां
भारत की ऑस्ट्रेलिया यात्रा कठिन रही है। पहला ODI पर्थ में खेला गया, जहां भारत 240 रन पर सिमट गया और ऑस्ट्रेलिया ने 5 विकेट से आसान जीत हासिल की। रोहित शर्मा सिर्फ 8 रन बना सके, जबकि विराट कोहली भी कम स्कोर पर आउट हो गए—उनकी पारी महज कुछ गेंदों में समाप्त हो गई। दूसरा मैच एडिलेड ओवल पर हुआ, जहां भारत ने 264/9 का स्कोर खड़ा किया। रोहित ने यहां संभलकर 73 रन (97 गेंदें) की जुझारू पारी खेली, लेकिन विराट फिर डक पर लौटे। ऑस्ट्रेलिया ने 46.2 ओवर में 265/8 बनाकर 1 रन से जीत ली, सीरीज 2-0 से अपने नाम कर ली। इन मैचों में भारतीय बल्लेबाजों पर दबाव साफ दिखा, खासकर विराट पर, जिनकी फॉर्म को लेकर सवाल उठने लगे थे। औसत से ज्यादा स्ट्राइक रेट (72.97) के बावजूद रोहित की कप्तानी में टीम संघर्षरत नजर आई।
| मैच | भारत का स्कोर | ऑस्ट्रेलिया का स्कोर | परिणाम | रोहित स्कोर | विराट स्कोर |
|---|---|---|---|---|---|
| 1st ODI (पर्थ) | 240/10 | 241/5 | ऑस्ट्रेलिया जीता (5 विकेट) | 8 | कम स्कोर (विवरण अनुपलब्ध) |
| 2nd ODI (एडिलेड) | 264/9 | 265/8 | ऑस्ट्रेलिया जीता (1 रन) | 73 | 0 (डक) |
| 3rd ODI (सिडनी) | लक्ष्य 237 (चेजिंग) | 236/10 | जारी (भारत की पारी शुरू) | फील्डिंग में 2 कैच | फील्डिंग में 2 कैच |
तीसरा मैच: ऑस्ट्रेलिया की पारी और भारतीय गेंदबाजी का जलवा
टॉस ऑस्ट्रेलिया के कप्तान मिशेल मार्श ने जीता और पहले बल्लेबाजी चुनी। लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने जल्दी विकेट चटकाए। मोहम्मद सिराज ने ओपनर ट्रेविस हेड (41) को 9.2 ओवर में आउट किया, जबकि अक्षर पटेल ने मार्श (29) को 15.1 ओवर में LBW किया। वॉशिंगटन सुंदर ने मैथ्यू शॉर्ट (30) और मैट रेनशॉ (56) को निपटाया, जो ऑस्ट्रेलिया की सबसे लंबी साझेदारी थी। हरशित राणा ने चार विकेट झटके—अलेक्स कैरी (24), मिशेल ओवेन (23), कूपर कोनॉली (16) और जोश हेजलवुड (0)—और ऑस्ट्रेलिया को 46.4 ओवर में 236 पर समेट दिया।
पावरप्ले में ऑस्ट्रेलिया ने 63/1 बनाए, लेकिन मिडिल ओवर्स में दबाव बढ़ा। कुल 12 एक्स्ट्रा रन और सिर्फ 5 छक्के/चौके की बौछार से साफ था कि पिच गेंदबाजों को मदद दे रही थी। भारत ने दो DRS रिव्यू गंवाए, लेकिन कुल मिलाकर गेंदबाजी इकाई ने शानदार प्रदर्शन किया।
विराट कोहली: फील्डिंग में लौटा ‘किंग’ का पुराना अंदाज
पिछले दो मैचों में बल्ले से निराशाजनक प्रदर्शन के बाद विराट ने तीसरे मैच में फील्डिंग से साबित कर दिया कि वे अभी भी मैदान के बादशाह हैं। 22.3 ओवर में वॉशिंगटन सुंदर की गेंद पर मैथ्यू शॉर्ट का कैच लेते हुए उन्होंने फॉरवर्ड स्क्वायर लेग पर उल्टे गिरते हुए गेंद को रिवर्स कप स्टाइल में थामा—यह कैच इतना तेज था कि कम ही खिलाड़ी इसे लपक पाते। यह उनका ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 77वां कैच था, जो किसी नॉन-कीपर का रिकॉर्ड है। फिर 46.2 ओवर में हरशित राणा की गेंद पर कूपर कोनॉली का लॉन्ग-ऑफ पर कैच।
ये कैच न सिर्फ विकेट दिलाने वाले थे, बल्कि टीम के मनोबल को ऊंचा करने वाले भी। पिछले मैचों में जहां विराट बल्लेबाजी में चूक गए, वहां फील्डिंग ने उन्हें चमकाया। फैंस सोशल मीडिया पर कह रहे हैं, “विराट का पुराना स्पाइडरमैन मोड ऑन!” यह प्रदर्शन उनकी चुस्ती और एकाग्रता को दर्शाता है, जो चेज में भी काम आ सकता है।
रोहित शर्मा: 100 कैच का मील का पत्थर, कप्तानी में चमक
रोहित शर्मा ने फील्डिंग में कोई कसर नहीं छोड़ी। 37.4 ओवर में हरशित राणा की गेंद पर मिशेल ओवेन का फर्स्ट स्लिप में कैच और 43.5 ओवर में प्रसिद्ध कृष्णा की गेंद पर नाथन एलिस का मिडविकेट पर डाइविंग कैच—यह उनका ODI में 100वां कैच था, जो उन्हें विराट (163) के बाद दूसरे भारतीय पर ले गया। रोहित की यह उपलब्धि खास इसलिए क्योंकि यह ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर हुई।
पिछले मैचों में बल्ले से ठोस योगदान देने वाले रोहित (दूसरे मैच में 73) ने यहां कप्तानी के साथ फील्डिंग में भी नेतृत्व किया। उनके कैच ने ऑस्ट्रेलिया को रन बनाने से रोका और विकेटों की झड़ी लगाई। शानदार फील्ड प्लेसमेंट ने गेंदबाजों को मदद की।
आगे की उम्मीदें: भारत की चेजिंग में क्या होगा?
ऑस्ट्रेलिया 236 पर सिमट गया, अब भारत को 237 रनों का लक्ष्य हासिल करना है। रोहित और विराट की फील्डिंग ने टीम को मजबूत आधार दिया है। अगर बल्लेबाजी में भी यही फॉर्म लौटे, तो सीरीज 1-2 से हारने के बजाय यादगार बनाने का मौका है। सिडनी की पिच बल्लेबाजी के लिए अनुकूल लग रही है, लेकिन स्पिनरों की भूमिका अहम रहेगी। फैंस की नजरें विराट पर हैं—क्या वे बल्ले से भी पुराना अंदाज दिखाएंगे?
यह मैच न सिर्फ क्रिकेट का, बल्कि दिग्गजों की वापसी का भी प्रतीक है। विराट और रोहित की जोड़ी ने एक बार फिर साबित किया कि अनुभव कभी पुराना नहीं होता।
- ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी और 236 रन पर ऑलआउट हो गया, हरशित राणा ने 4 विकेट लिए।
- विराट कोहली और रोहित शर्मा की फील्डिंग ने मैच का रुख मोड़ा; विराट ने दो शानदार कैच लपके, जो उनके पुराने दिनों की याद दिला गए।
- पिछले दो मैचों में विराट बल्ले से संघर्षरत थे (दूसरे मैच में डक), लेकिन तीसरे में मैदान पर उनका पुराना जलवा दिखा।
- रोहित ने भी दो महत्वपूर्ण कैच लिए, जिसमें उनका 100वां ODI कैच शामिल है।
- भारत अब 237 रनों का लक्ष्य हासिल करने उतरेगा; सीरीज 0-2 से पीछे होने के बावजूद जीत की उम्मीद बंधी है।